Description
द्वापर युग में भगवान विष्णु के अवतार योगेश्वर श्रीकृष्ण सम्पूर्ण लीलाओं सहित सम्पूर्ण भगवान माने जाते हैं। भारतवर्ष में अनेक रूपों में एवं अनेक नामों से उनको पूजा जाता है। कहीं गोपाल, कहीं कन्हैया, कहीं विठ्ठल, कहीं रणछोड़दास आदि। भगवान श्रीकृष्ण की कथा प्रसंगों को किसी एक काव्य ग्रन्थ में किसी भी भाषा में आज तक नहीं लिखा गया था। इस रिक्तता को भरने एवं भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, मैंने श्रीकृष्णम् नाम से काव्य ग्रन्थ की रचना की है। जिसका औपचारिक रूप से अनावरण किया जाना है।