3. अन्य काव्य रचनायें:- लेखक द्वारा सत्यनारायण भगवान की कथा को भी खड़ी बोली में पहली बार काव्यबद्ध किया गया है।
लेखक द्वारा रचित भगवान श्री कृष्ण के भजनों की ऑडियो सीडी ‘ कान्हो जैपर में आयो’ अत्यधिक लोकप्रिय है
लेखक द्वारा ‘गीता मनका-108’ शीर्षक के अंतर्गत गीता के सभी 18 अध्यायों के सार / महत्वपूर्ण श्लोकों को हिन्दी में 108 दोहो में कविता-बद्ध किया गया हैं। जिन वन्दना एवम् हनुमत चौबिसा लेखक के अन्य काव्य है।
ब्नततमबज ।ििंपते रू. डॉ. परवाल सामयिक विषयों पर भी अपनी कविता लिखते रहते हैं। उनकी हालिया कविताओं में (1) ‘कश्मीर के अलगाव वादियों का हृदय परिवर्तन’ और (2) आतंकवादियों द्वारा पेशावर के स्कूल के निर्दोष बच्चों की हत्या की घटनाओं को कवर करने वाली मार्मिक कविता, (3) गलवान घाटी में भारतीय सेना का शोर्य और बलिदान” व्हाट्सअप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हो गई हैं।
लेखक द्वारा राजस्थान के भवन निर्माण सम्बधित विभिन्न नियम-उपनियमों की संकलित एवं अंग्रेजी भाषा में अनुवादित पुस्तक ‘ए रेफरेंसर ऑन जयुपर बिल्डिंग लॉज’ सम्बन्धित लोगों/संस्थाओं में बहुत ही लोकप्रिय हुई हैं। इस पुस्तक के समय समय पर अपडेटेड व नवीन संस्करण भी मुद्रित एवं प्रकाशित होते रहते है।