काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है

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काश्मीर जो मुकुट शीश पर , भारत माँ के रहता है ।
लाल भ्रमित जो हुआ वहाँ का, सुनो आज क्या कहता है ।।
बच्चा बच्चा, भारत माँ का, अब तो दिल से प्यारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 1

जिनको हमने दी गाली थी, आज उन्हीं ने दी थाली ।
मन बदला अब हुआ सवेरा, बीत गयी रातें काली ।।
जुल्म किया हमने बहुतेरा, अब अतीत धिक्कारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 2

लाल चौक को लाल रंग से, अब तक रँगते हम आये ।
मासूमों के खून से होली, नित्य खेलते हम आये ।।
बहुत सताया भारत माँ को, किन्तु आज स्वीकारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 3

ध्वजा तिरंगा खूब जलाया, झंडा हरा उठाया था ।
मुर्दाबाद हिन्द का नारा, हमने बहुत लगाया था ।।
छोड़ पुरानी बातें उनसे, हमने किया किनारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 4

चौके छक्के देख सचिन के, कपड़े अपने थे फाड़े ।
पाक विजय पर चाँद सितारों, के झंडे हमने गाड़े ।।
क्यों टीवी अपने फोड़ें जब, पाक खेल में हारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 5

बंदूकें दुश्मन से लाये, उनको वहीँ चलाना है ।
बचा खुचा कश्मीर पाक से, वापस हमको लाना है ।।
हटे तुरंत तीन सौ सत्तर, बहुत अपावन धारा है ।।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारत वर्ष हमारा है ।। 6

यू एन ओ की पंचायत अब, नहीं रही कुछ काम की ।
है समर्थ यह धरा हमारी, अल्लाह नानक राम की ।।
जनमत संग्रह नहीं चाहिए, सुने जगत अब सारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 7

राम कृष्ण के वंशज हम भी, डी एन ए से ज्ञात हुआ ।
भाई अपने ही मारे थे, सोच चित्त आघात हुआ ।।
अब तो कान मचलते सुनने, वन्दे मातरम नारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारत वर्ष हमारा है ।। 8

महावीर हर बाल भारती, दुर्गा बच्ची बच्ची है ।
शत्रु डरे निश्चित भारत से, बात सदा ही सच्ची है ।।
मिलजुल के सब साथ रहेंगे, हमने यही विचारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 9

सुनलो पाक समर्थक सारे, विजय हमारी मंगल तक ।
जगदगुरु भारत पहले था, आज विश्व है नत मस्तक ।।
गगन चीरता नर जय हो, आज पुनः उच्चारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 10

मत पंगा ले पाक याद कर, बांग्लादेश लड़ाई को ।
जब जब युद्ध किया भारत से, खाई खूब पिटाई को ।।
ज्यों बंगला त्यों सिंध बलूची, का अगला बँटवारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 11

चोरी की तकनीक एटमी, में खामी कितनी अन्दर ।
जहाँ रखा है फट नहीं जाये, यही पाक को लगता डर ।।
डॉलर मांग मांग के खाता, अर्थ तंत्र नक्कारा हा ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 12

जहाँ पाक में टेरर अड्डे, कर देंगे उनको ठण्डे ।
आतंकी शिविरों में गाड़ें, भारत माता के झण्डे ।।
चौन नहीं जब तक उन सबको, चुन चुन के नहिं मारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 13

जब भी युद्ध पाक से तब हम, सबसे आगे जायेंगे ।
खानी हो तो पहली गोली, हम सीने पर खायेंगे।।
भारत माता के कर्जे का, करना हमें चुकारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 14

सुनले पाक चीन तू सुनले, अब न गलेगी दाल है ।
कसी कमर अब एक हो गया, भारत माँ का लाल है ।।
शपथ तिरंगे की है हमको, पूरा देश पुकारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारतवर्ष हमारा है ।। 15

आँख उठादे जो भारत पर, उसकी आँख निकालेंगे ।
कसम खुदा की मातृ भूमि पर, अपना रक्त बहा देंगे ।।
अमरनाथ पर्वत से हमने, दुश्मन को ललकारा है ।
काश्मीर अब नहीं अकेला, भारत वर्ष हमारा है ।। 16

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