Description
देवर्षि नारद के अनुसार श्रीसत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ जन साधारण के लिये एक बड़ा ही सरल उपाय है। जिसके माध्यम से न केवल कष्टों से मुक्ति मिलती है, अपितु भक्त को धन धान्य, संतान आदि का लाभ भी होता है। किस प्रकार इस व्रत से समाज के विभिन्न वर्गों को लाभ हुआ है। इस पद्यावली में एक राजा, एक विप्र, एक व्यापारी एवं एक श्रमिक के जीवन में व्रत से बहुत सुधार हुआ। मैंने इसी सन्देश को हिन्दी काव्य रूप में जन मानस के लाभ के लिये प्रस्तुत किया है।